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कौन है?-

हेलो... हेलो...! आधी रात को ठकराल निर्मोही का कॉल देखकर चकरा गया था। किसी अनहोनी का अंदेशा उसके दिमाग पर हावी होने लगा। एक मिनट की भी देरी न करते हुए ठकराल ने कॉल रिसीव कर ली। "ठकराल साहब!" इंस्ट्रूमेंट के स्पीकर से निर्मोही की चिंतित आवाज उभरी। "माफ करना आपको इतनी रात गए तकलीफ देनी पड़ी मगर क्या करूं बात ही कुछ ऐसी थी कि आपको बताने से खुद को रोक नहीं पा रही हूँ।" "क्या बात है बताइए?" ठकराल संभलते हुए बोला, सब कुछ ठीक तो है ना?" "कुछ भी ठीक नहीं है ठकराल साहब, मुझे लगता है एक बार फिर दूसरी लड़की का मर्डर होने वाला है?" "ओह! मगर ऐसा तुम किस बेस पर कह रही हो?" "वही बताने के लिए आपको इतनी रात को डिस्टर्ब करना पड़ा।"  "तो फिर देर किस बात की है? बताओ जल्दी।" उसके बाद निर्मोही ने अपने घर के लिए निकला तब से लेकर आधी रात में उसका कॉल आने पर हुई सारी बातचीत ठकराल को सुना दी। "यह तो तुमने बहुत ही बड़ी और काम की खबर सुनाई है। इसका मतलब है कि उस फार्म हाउस के मालिक का लड़का मार्गरिटा को फंसा कर वहाँ ले गया था। उसके पीछे भी जरूर कोई राज होगा। फिलहाल फार्म हाउस जाकर मुझे पता करना पड़ेगा कि आरव के रूप में आया बहरूपिया मार्गरेटा को किस दिशा में ले गया है। हम बाद में बात करेंगे।" "अगर आप चाहे तो आरव को अपने साथ ले जा सकते हो सर। वो वहीं पास मै ही कहीं होगा। बहरूपिया उसकी गाड़ी ले गया है इस लिए मेरे ख्याल से आरव ज्यादा दूर तक नहीं गया होगा।" "ठीक है मैं उसे कॉल कर लेता हूँ।" कॉल डिस्कनेक्ट करके ठकराल ने तुरंत अपना घर छोड़ दिया। ठकराल बड़ा ही काईयाँ इंस्पेक्टर था। जिस केस को हाथ में लेता था उसे सॉल्व करके ही दम लेता था। इस बार उसका पाला कोई शैतानी रूह से पड़ा था। तभी तो अपनी नाकामी को लेकर मन ही मन घबराया हुआ था। उसे लगता था 'कहीं ऐसा ना हो कि किसी भी केस को चुटकियों में हल कर देने वाला ठकराल 'मिलन मर्डर केस' में उलझ कर रह जाए। इसी सोच ने उसका चैन और सुकून छीन रखा था। इसलिए ठकराल को रात हो या दिन हो कोई फर्क नहीं पड़ता था। उसे हर हाल में मामले की जड़ तक पहुँचना था। वह पहले से ऐसा ही था। हाथ में लिए केस का जब तक कोई क्लू नहीं मिलता था तब तक उसे नींद नहीं आती थी। मिलन होटल मर्डर केस वाली घटना के बाद जब से ठकराल निर्मोही और आरव से मिला था तब से उलझ गया था। दोनों ने पूरे केस को देखने का उसका नजरिया ही बदल दिया था। जिस तरीके से निर्मोही ने अपनी बात रखी थी ठकराल के लिए उसकी बात पर भरोसा करने के अलावा और कोई चारा भी नहीं था। ठकराल उसी वक्त समझ गया था कि इस केस में निर्मोही और आरव आगे भी काम कहाँ आ सकते हैं तभी तो उसने बोल दिया था कि छोटी से छोटी इंफॉर्मेशन दोनों उसके साथ शेयर करेंगे। निर्मोही और आरव ने भरोसा दिलाया था कि वे ऐसा ही करेंगे। क्योंकि उन्हें भी मृतक लड़की के बारे में जानना था। जबकि ठकराल मरने वाली लड़की की कमर में नाग का निशान होने की परख कर चुका था। ठकराल निर्मोही की बात सुनकर तुरंत ही समझ गया वह लड़की और कोई नहीं बल्कि उसी नर्स की पालक पुत्री मारिया थी जिसकी एक और बेटी मार्गरेटा को अगवा करने की खबर निर्मोही ने सुनाई थी।  ठकराल का बुलेट शहर के बाहरी हिस्से में बने फार्महाउस की ओर तेज गति से भाग रहा था। कई सारी बातें थी जो अब उसके दिमाग में क्लियर हो रही थी। लेकिन मारिया के क़त्ल का राज अभी भी बना हुआ था। फिलहाल शक के घेरे में मारिया का बॉयफ्रेंड आ गया है। क्योंकि वह होटल छोड़कर गायब हो चुका है। लक्ष्मण ने अपनी माँ को दिए गए बयान के मुताबिक किसी शैतानी रूहने मारिया को मारा है। ----अब सवाल यह भी उठता है कि शैतानी रूह ने मारिया के बॉयफ्रेंड को क्यों छोड़ दिया? या फिर वह मारिया को होटल में छोड़कर उसकी मौत से पहले ही रफूचक्कर हो गया था? ऐसा कुछ होने वाला है मारिया का बॉयफ्रेंड इस बात से पूर्व परिचित था?' अनगिनत सवाल थे। मारिया के बॉयफ्रेंड से मिलना तो पड़ेगा ही।' ऐसा मन ही मन ठकराल ने ठान लिया। होटल के रजिस्टर में मारिया के साथ उस लड़के ने फर्जी नाम दर्ज करवाया है। प्रूफ आईडी भी गलत है। तो आशंका यह भी उठती है कि मारिया का बॉयफ्रेंड बदइरादे से ही उसे होटल मिलन में ले गया था। अभी एक आस बाकी थी। मारिया के मोबाइल से मिला हुआ एक नंबर। उस नंबर से बार-बार मारिया के साथ संपर्क किया गया है। फिलहाल वह नंबर बंद आ रहा था। और ठकराल ने तय कर लिया था कि जल्द से जल्द  वह पता लगा लेगा कि वो किसका नंबर है। रात के अंधेरे में बिना डरे ठकराल फार्म हाउस के करीब पहुंच गया। कच्ची सड़क पर हेड लाइट की रोशनी में एक बाइक को साइड पर खड़ा देखकर ठकराल अचंभित हो गया। "यह तो आरव की बाइक लगती है? मगर निर्मोही तो कह रही थी आरव की गाड़ी को बैहरूपिया ले गया है? ठकराल बाइक के पास ही बुलेट को पार्क किया। बुलेट के पीछे जाकर लकड़ी का मजबूत डंडा उसने खींच लिया जो हमेशा उसके बुलेट के साइलेंसर के ऊपरी हिस्से पे लगा रहता था। एक बार फार्म हाउस देखने के इरादे से वह लोहे के कटीले तार वाला फाटक खोल के अंदर घुसा। आसपास के कुत्तों ने फार्म हाउस की ओर देखकर भोकना शुरू कर दिया। ठकराल चौकन्ना होकर चारो दिशा में नजरें घुमाने लगा। कहीं कोई हलचल नहीं थी। अजीब सा सन्नाटा छाया था वहाँ पर। कहीं छोटी सी चिड़िया का भी वहाँ नामोनिशान नहीं था। जैसे प्रत्येक जीव खौफ के चलते फार्म हाउस की सरहद छोड़कर जा चुका था।  जबकि उसके ख्याल से आरव की गाड़ी पड़ी थी तो आरव यहीं कहीं होना चाहिए था। आहिस्ता आहिस्ता ठकराल ने फार्म हाउस की ओर अपने कदम बढ़ाएं। चंद्रमा छोटे-छोटे बादलों में छुप कर बार- बार चाँदनी समेट लेता था। अचानक ठकराल के मोबाइल में बीप बजा। वह मैसेज टोन थी। ठकराल ने तुरंत अपना मोबाइल स्विच ऑफ करने के इरादे से हाथ में लिया मगर एक बार मैसेज देखने को उसका जी ललचा गया। ठकराल ने अपना व्हाट्सएप चेक किया। निर्मोही का वोईस मैसेज था। "सर कहाँ हो आप? कब से आपका नंबर ट्राई कर रही हूँ। एक बहुत बड़ी गड़बड़ हो गई है? आपको आरव के बारे में कुछ बताना था? किसी का भी कॉल आ जाये आप बाहर मत निकलना सर, सुना आपने आप घर से बाहर नहीं निकलोगे। मुझे लगता है शैतानी रूह बारी बारी से मारिया के केस से जुड़े एक एक शख्स को अपना शिकार बना रही है। मेरा मैसेज मिले तो मुझे कांटेक्ट करिएगा।" "लेकिन कुछ वक्त पहले तो निर्मोही ने कॉल करके मुझे सब कुछ बताया है? तो क्या वह निर्मोही नहीं थी?" ऐसा ख्याल आते ही आरव के हाथ-पैर ढीले पड़ गए।

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1 Comments

Gunjan Kamal

27-Sep-2023 09:00 AM

👏👌

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